आदिवासी कलाकारों का अनूठा कला जौहर, रंगारंग प्रदर्शनी लगेगी

धमतरी। विश्व आदिवासी दिवस के अवसर पर नौ अगस्त को जोहार आदिवासी कला मंच के बैनर तले पुरानी कृषि उपज मंडी धमतरी में आदिवासी कला की भव्य प्रदर्शनी आयोजित की जा रही है। इस प्रदर्शनी में आदिवासी समुदाय के प्रतिभावान कलाकार अपनी विविध और अनोखी कलाओं का जौहर दिखाएंगे। यह आयोजन आदिवासी संस्कृति और कला को संरक्षण एवं प्रसार देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।

जोहार आदिवासी कला मंच के जिलाध्यक्ष, लेखक एवं माइक्रो आर्ट में गोल्डन बुक ऑफ रिकॉर्ड होल्डर भानुप्रताप कुंजाम ने बताया कि मंच का उद्देश्य आदिवासी कलाकारों को एकजुट करना और उभरती प्रतिभाओं को मंच प्रदान करना है। इस प्रदर्शनी के माध्यम से कलाकारों को अपनी कला को व्यापक दर्शकों तक पहुँचाने का अवसर मिलेगा।

प्रदर्शनी में मूर्तिकला, चित्रकला, बोनसाई कला, पत्थर कला, चावल कला, लीफ आर्ट, पैरा आर्ट, कौड़ी कला, नारियल कला, काष्ठकला, पारंपरिक कला, पुरखौती कला, बांस कला सहित कई अन्य कलाओं को प्रदर्शित किया जाएगा। इसके साथ ही आदिवासी समुदाय के वे खिलाड़ी भी अपनी पहचान बनाएंगे जिनका राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर सम्मान हुआ है। उनके पोस्टर भी प्रदर्शनी में लगेंगे।

ध्यान देने वाली बात है कि इस प्रदर्शनी में भाग लेने के लिए धमतरी और आसपास के जिलों के सभी इच्छुक कलाकार और खिलाड़ी जोहार आदिवासी कला मंच के किसी भी ऑफिसियल प्लेटफार्म या प्रभारी से तीन अगस्त तक पंजीकरण करा सकते हैं। इस कला महोत्सव को सफल बनाने के लिए जोहार आदिवासी कला मंच की पूरी टीम जुटी हुई है।

यह आयोजन आदिवासी संस्कृति के संरक्षण के साथ-साथ नवोदित कलाकारों को पहचान दिलाने का भी अनूठा मंच बनेगा, जो स्थानीय कला जगत के लिए एक बड़ी उपलब्धि साबित होगी।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *