बसना-खल्लारी में बढ़त कम, लेकिन 1.45 लाख वोटों से रूपकुमारी की धमाकेदार जीत

महासमुंद (छत्तीसगढ़): लोकसभा चुनाव 2024 के नतीजे बीजेपी के पक्ष में रहे। पूरे देश की तरह छत्तीसगढ़ की महासमुंद लोकसभा सीट पर भी भगवा लहराया। यहां से बीजेपी प्रत्याशी रूपकुमारी चौधरी ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व पूर्व गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू को 1.45 लाख वोटों से शिकस्त दी। यह जीत इसलिए भी अहम मानी जा रही है क्योंकि चुनावी समीकरणों में कांग्रेस यहां खुद को मजबूत मान रही थी।

महासमुंद लोकसभा के अंतर्गत कुल आठ विधानसभा क्षेत्र आते हैं — कुरूद, धमतरी, महासमुंद, बसना, खल्लारी, सरायपाली, राजिम और बिंद्रानवागढ़। सभी विधानसभा क्षेत्रों से रूपकुमारी को बढ़त मिली, लेकिन बसना और खल्लारी ने कुछ हद तक बीजेपी की उम्मीदों पर पानी फेर दिया।

बसना में उम्मीद से कम बढ़त, कांग्रेस के वोट बढ़े

बसना, जहां से रूपकुमारी कभी विधायक रह चुकी हैं, वहां से उन्हें बड़ी बढ़त की उम्मीद थी। विधानसभा चुनाव में बीजेपी को यहां शानदार वोट मिले थे, लेकिन लोकसभा चुनाव में सिर्फ मामूली बढ़त मिल सकी। कांग्रेस को यहां करीब 8,000 वोटों का फायदा हुआ — विधानसभा चुनाव में 72,078 और लोकसभा में 80,102 वोट।

खल्लारी में कांग्रेस को झटका, लेकिन बीजेपी की बढ़त सीमित

ल्लारी विधानसभा में बीजेपी के वोट बढ़कर 66,933 से 73,471 हुए हैं। हालांकि यहां से बढ़त अपेक्षा से कम रही। दिलचस्प बात यह रही कि कांग्रेस के वोट 1,04,052 से घटकर 72,865 हो गए — यानी करीब 32 हजार वोटों की गिरावट, जो पार्टी के लिए बड़ा झटका साबित हुआ।

सरायपाली: कांग्रेस के गढ़ में बीजेपी की सेंध

जहां सरायपाली को कांग्रेस का परंपरागत गढ़ माना जाता था, वहीं इस बार यहां बीजेपी को 78,324 वोट मिले और कांग्रेस को केवल 70,000 के आसपास मत प्राप्त हुए। विधानसभा चुनाव की तुलना में कांग्रेस को 30,000 वोटों का नुकसान झेलना पड़ा, जबकि बीजेपी को अच्छी-खासी बढ़त मिली।

धमतरी: सबसे मजबूत गढ़ बना रूपकुमारी के लिए

धमतरी विधानसभा इस बार बीजेपी के लिए सबसे मजबूत साबित हुआ। यहां रूपकुमारी को करीब 37,000 वोटों की बढ़त मिली। मोदी लहर और स्वयं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली ने इस सीट को निर्णायक बना दिया। कांग्रेस को यहां लगभग 20 हजार वोटों का नुकसान, जबकि बीजेपी को उतना ही फायदा हुआ।

कुरूद और बिंद्रानवागढ़ में भी बीजेपी ने बनाई मजबूत स्थिति

कुरूद में भले ही बीजेपी को विधानसभा चुनाव से थोड़ा कम वोट मिले हों, लेकिन कांग्रेस के वोटों में भारी गिरावट (86,622 से घटकर 66,071) ने मुकाबले को रूपकुमारी के पक्ष में झुका दिया। रूपकुमारी को यहां से 25 हजार वोटों की बढ़त मिली।

बिंद्रानवागढ़, जहां कांग्रेस का विधायक है, वहां भी बीजेपी को 28 हजार वोटों की बढ़त मिली। कांग्रेस के वोट 92,639 से घटकर 72,236 रह गए जबकि बीजेपी के वोट बढ़कर 1 लाख के आंकड़े को पार कर गए।

राजिम और महासमुंद में भी बीजेपी ने मारी बाज़ी

राजिम में बीजेपी को 94,614 वोट और कांग्रेस को 72,470 वोट मिले। वहीं महासमुंद विधानसभा से भी रूपकुमारी को अच्छी खासी बढ़त हासिल हुई — बीजेपी को 81,662 और कांग्रेस को 59,907 वोट मिले।

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