बिलासपुर। छत्तीसगढ़ सरकार की महिलाओं को सशक्त बनाने वाली महतारी वंदन योजना के तहत लगभग तीन से चार महीने से महिलाओं को आर्थिक सहायता की राशि नहीं मिल पा रही है। इससे प्रदेश की महिलाओं में भारी असमंजस और चिंता व्याप्त है। महिलाएं इस बात से अनजान हैं कि उनकी राशि क्यों रुकी है और आगे क्या करना है।
महिलाओं का दर्द और परेशानियां
राशि न मिलने के कारण महिलाएं बैंक और महिला एवं बाल विकास विभाग के कार्यालयों के चक्कर काट रही हैं। हाथ में दस्तावेज लेकर वे अपनी बारी का इंतजार करतीं नजर आ रही हैं ताकि अपनी समस्या का समाधान हो सके। कई महिलाओं ने बताया कि उनके खाते में मात्र 500 रुपये ही जमा हो रहे हैं, जो पूरी राशि से काफी कम है।
विभाग का पक्ष और कारण
महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारियों ने बताया कि योजना की राशि न मिलने के कई कारण हो सकते हैं। इनमें से प्रमुख कारण हैं:
- आधार कार्ड का अपडेट न होना
- सूचीबद्ध बैंक में खाता न होना
- अन्य तकनीकी और प्रशासनिक त्रुटियां
इसके अलावा योजना के भुगतान प्रणाली में हाल ही में बदलाव किया गया है। पहले राशि नेफ्ट के माध्यम से हितग्राहियों के बैंक खातों में भेजी जाती थी, लेकिन अब यह भुगतान डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (DBT) प्रणाली से किया जाएगा। इसके लिए हितग्राहियों के आधार और बैंक खातों को DBT से लिंक करना आवश्यक है।
समाधान की दिशा में प्रयास
डिपार्टमेंट का कहना है कि जिन महिलाओं को पिछले तीन-चार महीनों से भुगतान नहीं मिल रहा, उनके खातों को DBT से लिंक किया जा रहा है। जैसे ही यह प्रक्रिया पूरी होगी, उनके खातों में रुकी हुई राशि भी जमा कर दी जाएगी।
यह परिवर्तन इसलिए किया गया है ताकि भुगतान अधिक पारदर्शी और प्रभावी तरीके से हितग्राहियों तक पहुंच सके।
महिलाओं को निर्देश और आगे की योजना
विभाग ने सभी हितग्राहियों से अनुरोध किया है कि वे अपने आधार कार्ड और बैंक खाते की जानकारी अपडेट कराएं। विभागीय कार्यालयों पर नियुक्त कंप्यूटर ऑपरेटर और प्रभारी अधिकारी इनके दस्तावेजों की जांच कर समस्या का समाधान कर रहे हैं।