टी20 वर्ल्ड कप 2024 में न्यूजीलैंड के निराशाजनक प्रदर्शन के बाद टीम के सबसे भरोसेमंद खिलाड़ी और पूर्व कप्तान केन विलियमसन ने बड़ा फैसला लेते हुए सफेद गेंद की कप्तानी से इस्तीफा दे दिया है। इतना ही नहीं, उन्होंने न्यूजीलैंड क्रिकेट बोर्ड (NZC) का केंद्रीय अनुबंध स्वीकार करने से भी इनकार कर दिया है। इस फैसले से क्रिकेट जगत में हलचल मच गई है और चर्चाएं शुरू हो गई हैं कि क्या विलियमसन जल्द ही अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले सकते हैं।
गौरतलब है कि न्यूजीलैंड की टीम टी20 वर्ल्ड कप 2024 में ग्रुप स्टेज से ही बाहर हो गई थी। टीम को अफगानिस्तान और वेस्टइंडीज से हार का सामना करना पड़ा, जिससे वे सुपर-8 में जगह नहीं बना पाए।
बोर्ड ने दी जानकारी
न्यूजीलैंड क्रिकेट बोर्ड ने अपनी आधिकारिक वेबसाइट पर यह जानकारी दी कि केन विलियमसन ने अपने खेल पर फोकस करने के उद्देश्य से यह निर्णय लिया है। उन्होंने यह भी कहा कि भविष्य में वह फिर से केंद्रीय अनुबंध स्वीकार कर सकते हैं। विलियमसन ने यह भी स्पष्ट किया कि इस फैसले का मतलब यह नहीं है कि उनकी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में रुचि खत्म हो गई है।
केन विलियमसन बोले: “परिवार और खेल अब मेरी प्राथमिकता”
विलियमसन ने कहा –
“न्यूजीलैंड के लिए खेलना हमेशा से गर्व की बात रही है। लेकिन क्रिकेट के बाहर मेरी ज़िंदगी में बदलाव आया है और अब मैं अपने परिवार के साथ ज्यादा समय बिताना चाहता हूँ। मेरे लिए क्रिकेट और परिवार दोनों जरूरी हैं।”
उन्होंने आगे कहा –
“सभी प्रारूपों में टीम को आगे बढ़ाने में मदद करना मेरा जुनून है और जब भी टीम को मेरी जरूरत होगी, मैं पूरी तरह उपलब्ध रहूंगा।”
कप्तानी करियर
केन विलियमसन का नेतृत्व अब तक न्यूजीलैंड क्रिकेट के लिए सुनहरे अध्याय की तरह रहा है। उन्होंने:
- 40 टेस्ट,
- 91 वनडे,
- 75 टी20 अंतरराष्ट्रीय में न्यूजीलैंड की कप्तानी की है।
उनकी कप्तानी में टीम:
- 2021 में वर्ल्ड टेस्ट चैंपियन बनी,
- 2019 वनडे वर्ल्ड कप में फाइनल तक पहुंची (सुपर ओवर में हार),
- 2021 टी20 वर्ल्ड कप के फाइनल में भी पहुंची (ऑस्ट्रेलिया से हार)।
केवल विलियमसन ही नहीं, कीवी टीम के तेज गेंदबाज लॉकी फर्ग्यूसन ने भी केंद्रीय अनुबंध को अस्वीकार कर दिया है। उन्होंने अब तक:
- 1 टेस्ट,
- 65 वनडे,
- 42 टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेले हैं।
टी20 वर्ल्ड कप 2024 में उन्होंने पापुआ न्यू गिनी के खिलाफ इतिहास रचते हुए अपने चार ओवरों में एक भी रन नहीं दिया और 3 विकेट लिए। वे टी20 वर्ल्ड कप के इतिहास में लगातार चार ओवर मेडन फेंकने वाले पहले गेंदबाज बन गए हैं।