गर्मी की छुट्टियां अक्सर बच्चों के लिए मौज-मस्ती का समय होती हैं, लेकिन इस बार छत्तीसगढ़ के स्कूलों में यह समय बन गया है रचनात्मकता, आनंद और शिक्षा का अनोखा संगम। राज्य के विभिन्न जिलों में स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा समर कैंप का आयोजन किया जा रहा है, जहां बच्चे केवल खेल ही नहीं रहे, बल्कि सीख भी रहे हैं — वो भी बिल्कुल मजेदार अंदाज़ में।
सुबह की ठंडी हवा में जब स्कूलों के मैदानों में बच्चों की हँसी गूंजती है, तो लगता है जैसे कोई उत्सव चल रहा हो। कोई रंगों से खेल रहा है, तो कोई मिट्टी को आकार दे रहा है। पत्तों से बनाई गई कलाकृतियाँ, रंग-बिरंगे चावलों से तैयार की गई डिज़ाइन, और सब्जियों की छाप से बने चित्र बच्चों की कल्पनाओं को पंख दे रहे हैं। मंच पर बच्चों की झिझक टूट रही है — कोई आत्मविश्वास से गा रहा है, कोई अभिनय कर रहा है, और कोई कदम थिरका रहा है।
समर कैंप से मिला बच्चों को नया आत्मबल
बच्चों की आंखों में चमक है, चेहरे पर मुस्कान और दिलों में उत्साह। यह समर कैंप केवल एक कार्यक्रम नहीं, बल्कि एक अवसर है – बच्चों की छिपी प्रतिभा को पहचानने और संवारने का। स्कूल शिक्षा विभाग के सचिव श्री सिद्धार्थ कोमल सिंह परदेशी के मार्गदर्शन में यह पहल शिक्षा को किताबों की सीमा से बाहर निकालकर बच्चों के दैनिक अनुभवों और रुचियों से जोड़ रही है।
खेल-खेल में साक्षरता और जीवन कौशल की सीख
बस्तर से लेकर बिलासपुर और रायपुर से लेकर सरगुजा तक, राज्य भर के स्कूलों में सुबह 7 से 9:30 बजे तक यह कैंप आयोजित किया जा रहा है। यह पूरी तरह स्वैच्छिक है, लेकिन बच्चों की भागीदारी इसे एक जनआंदोलन जैसा बना रही है। बच्चे खेल-खेल में पढ़ना, गिनती, संवाद कला, और टीमवर्क जैसे जीवन कौशल सीख रहे हैं।
समाज की सहभागिता से बना खास
इस मुहिम में केवल स्कूल ही नहीं, बल्कि एनजीओ, खेल संघ, और विभिन्न सामाजिक संस्थाएं भी सहयोग कर रही हैं। बच्चों को यह महसूस कराया जा रहा है कि स्कूल केवल पढ़ाई का स्थान नहीं, बल्कि अभिव्यक्ति, खोज और आत्म-निर्माण का केंद्र भी है।
निष्कर्ष
समर कैंप के ज़रिए छत्तीसगढ़ के शिक्षा तंत्र ने यह साबित कर दिया है कि अगर सही दिशा और माहौल मिले, तो हर बच्चा एक कलाकार, एक विचारक और एक लीडर बन सकता है। यह पहल न केवल राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 को जमीनी स्तर पर उतारने की दिशा में अहम कदम है, बल्कि बच्चों के भीतर छिपी संभावनाओं को निखारने का सुंदर प्रयास भी है।