सीएम के निर्देश पर क्रेडा करेगी पीएमश्री स्कूलों को सोलर प्लांट से रोशन

रायपुर। छत्तीसगढ़ में सभी पीएमश्री स्कूलों को सौर ऊर्जा से रौशन करने का बड़ा कदम उठाया गया है। मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार अब प्रदेश के बनने वाले सभी पीएमश्री स्कूलों में सोलर पावर प्लांट लगाए जाएंगे। इस काम की जिम्मेदारी क्रेडा (Chhattisgarh State Renewable Energy Development Agency) को सौंपी गई है, जो इस योजना को सफल बनाने में तेजी से काम कर रही है।

पिछले छह महीनों में 193 पीएमश्री स्कूलों में से 41 स्कूलों में सोलर पावर प्लांट लगाकर उन्हें सौर ऊर्जा से रोशन कर दिया गया है। यह पहल प्रदेश के स्कूलों को केंद्र सरकार की पीएमश्री योजना से जोड़ने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। पीएमश्री योजना का मकसद स्कूलों में बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराना और बच्चों को आधुनिक शिक्षा प्रणाली के तहत पढ़ाना है। इसके तहत स्मार्ट क्लासरूम और नई शिक्षा नीति के तहत कौशल विकास पर भी विशेष ध्यान दिया जा रहा है।

छत्तीसगढ़ में पहले चरण में कुल 211 स्कूलों को पीएमश्री स्कूल बनाया जा चुका है। इनमें से 193 स्कूल प्राथमिक (कक्षा 1 से 5 तक), 3 स्कूल मिडिल (कक्षा 1 से 8 तक), 10 स्कूल उच्चतर माध्यमिक (कक्षा 6 से 12 तक) और 8 स्कूल पहली से बारहवीं कक्षा तक संचालित हैं। राज्य सरकार ने सभी पीएमश्री स्कूलों में सोलर पावर प्लांट लगाने का निर्णय लिया है, जिसका कार्य तेजी से जारी है।

सोलर पावर प्लांट लगाने के लिए समग्र शिक्षा विभाग द्वारा क्रेडा को अब तक 11.58 करोड़ रुपये जारी किए गए हैं। दिसंबर 2023 में पहली किस्त के रूप में 3.45 करोड़ रुपये 59 स्कूलों के लिए दिए गए, जिनमें से 24 स्कूलों में सोलर रूपटॉप प्लांट स्थापित हो चुका है। जनवरी 2024 में दूसरी किस्त के तहत 1.44 करोड़ रुपये 24 स्कूलों के लिए जारी किए गए, जिनमें 17 स्कूलों में सोलर प्लांट का कार्य पूरा हो चुका है। इसके अलावा, 6 जून 2024 को 110 स्कूलों के लिए 6.6 करोड़ रुपये की तीसरी किस्त जारी की गई है।

दूसरे चरण में हायर सेकेंडरी स्कूलों को पीएमश्री योजना में शामिल किया जाएगा। इसके लिए 197 स्कूलों का प्रस्ताव केंद्र सरकार को भेजा गया है। जिला स्तर पर बनाए गए मार्किंग सिस्टम के आधार पर इन स्कूलों का चयन किया गया है। खास बात यह है कि स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट योजना के तहत आने वाले अधिकांश हायर सेकेंडरी स्कूल अब पीएमश्री योजना का हिस्सा बनाए जाएंगे। पहले की सरकार ने इन स्कूलों को योजना से बाहर रखा था, लेकिन वर्तमान सरकार ने यह निर्णय वापस लेते हुए उन्हें योजना में शामिल कर लिया है।

इस पहल से प्रदेश के स्कूलों को न केवल स्वच्छ ऊर्जा मिलेगी बल्कि बच्चों को आधुनिक और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा भी प्रदान की जाएगी। साथ ही, यह कदम पर्यावरण संरक्षण की दिशा में भी एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। मुख्यमंत्री के निर्देशों के बाद क्रेडा इस योजना को समयबद्ध तरीके से पूरा करने में लगी हुई है, जिससे छत्तीसगढ़ के सभी पीएमश्री स्कूल जल्द ही सोलर पावर से रौशन हो सकें।

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