महासमुंद : वीरांगना रानी दुर्गावती के शहादत दिवस के पावन अवसर पर महिला एवं बाल विकास विभाग की मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े ने आज महासमुंद के बी.टी.आई. रोड पर स्थित वीरांगना महारानी दुर्गावती की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धासुमन अर्पित किए। इस अवसर पर उन्होंने रानी दुर्गावती के अद्वितीय साहस और बलिदान को नमन किया।
इस श्रद्धांजलि समारोह में जिला पंचायत उपाध्यक्ष भीखम सिंह ठाकुर, पूर्व राज्य मंत्री पूनम चंद्राकर, स्काउट गाइड के अध्यक्ष येतराम साहू, आदिवासी समुदाय के जनप्रतिनिधि, स्थानीय नागरिक, महिला समूहों की सदस्याएं, युवा वर्ग और विभिन्न सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधि उपस्थित रहे। सभी ने रानी दुर्गावती के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि दी।
मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े का संदेश
मंत्री राजवाड़े ने रानी दुर्गावती की बहादुरी और त्याग को याद करते हुए कहा,
“रानी दुर्गावती भारतीय इतिहास की एक महान वीरांगना थीं, जिन्होंने मातृभूमि की रक्षा के लिए अपने प्राणों का बलिदान दिया। उनका जीवन साहस, नेतृत्व, आत्मबलिदान और राष्ट्र के प्रति निष्ठा का अद्भुत उदाहरण है।”
उन्होंने कहा कि रानी दुर्गावती जैसी विभूतियां देश के युवाओं, विशेष रूप से महिलाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत हैं। मंत्री राजवाड़े ने सभी से आग्रह किया कि वे रानी दुर्गावती के आदर्शों को अपने जीवन में अपनाएं और सामाजिक जागरूकता, शिक्षा तथा आत्मनिर्भरता की दिशा में सक्रिय भूमिका निभाएं।
मंत्री ने यह भी कहा,
“मातृशक्ति को सशक्त बनाना ही सच्ची श्रद्धांजलि होगी। हमें महिलाओं को आगे बढ़ाने के लिए हर संभव प्रयास करना चाहिए।”
रानी दुर्गावती की वीरता का स्मरण
रानी दुर्गावती ने अपनी दृढ़ इच्छाशक्ति, नेतृत्व कौशल और साहस से इतिहास में अमर स्थान बनाया। उन्होंने मुग़ल आक्रांताओं के सामने निर्भीकता से अपने राज्य की रक्षा की और अपने प्राणों का बलिदान दे कर मातृभूमि के लिए एक मिसाल कायम की।