महासमुंद, 5 जनवरी: मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय 6 जनवरी को महासमुंद जिले के स्वामी आत्मानंद हिंदी शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय परिसर में आयोजित भव्य कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि शामिल होंगे। इस अवसर पर वे जिले को विकास की बड़ी सौगात देते हुए कुल 217 करोड़ 17 लाख रुपए लागत के 419 विकास कार्यों का लोकार्पण और भूमिपूजन करेंगे।
इसमें 111 करोड़ 21 लाख रुपए की लागत से पूर्ण हो चुके 335 विकास कार्यों का लोकार्पण तथा 105 करोड़ 96 लाख रुपए की लागत से प्रस्तावित 84 कार्यों का भूमिपूजन किया जाएगा।
लोकार्पण के अंतर्गत 11 विभागों के 335 कार्य
लोकार्पण कार्यक्रम के तहत विभिन्न विभागों के 335 कार्य शामिल हैं, जिनकी कुल लागत 111 करोड़ 21 लाख रुपए है:
- लोक निर्माण विभाग: 3 कार्य (2.52 करोड़ रुपए)
- सेतु निर्माण विभाग: 4 कार्य (16.96 करोड़ रुपए)
- ग्रामीण यांत्रिकी सेवा विभाग: 11 कार्य (97 लाख रुपए)
- लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग: 57 कार्य (42.62 करोड़ रुपए)
- छत्तीसगढ़ गृह निर्माण मंडल: 80 कार्य (14.41 करोड़ रुपए)
- स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग: 4 कार्य (1.45 करोड़ रुपए)
- आदिवासी विकास विभाग: 3 कार्य (4.76 करोड़ रुपए)
- पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग: 122 कार्य (8.49 करोड़ रुपए)
- विद्युत विभाग: 6 कार्य (15.70 करोड़ रुपए)
- वन विभाग: 7 कार्य (2.35 करोड़ रुपए)
- नगरीय प्रशासन विभाग: 38 कार्य (96 लाख रुपए)
भूमिपूजन के अंतर्गत 8 विभागों के 84 कार्य
इस अवसर पर 84 विकास परियोजनाओं का भूमिपूजन भी किया जाएगा, जिनकी अनुमानित लागत 105 करोड़ 96 लाख रुपए है। इसमें 56 बड़ी परियोजनाएं और नगरीय निकाय के 28 छोटे कार्य शामिल हैं:
- लोक निर्माण विभाग: 7 कार्य (52.19 करोड़ रुपए)
- सेतु निर्माण विभाग: 2 कार्य (10.85 करोड़ रुपए)
- ग्रामीण यांत्रिकी सेवा विभाग: 10 कार्य (2.23 करोड़ रुपए)
- छ.ग. ग्रामीण सड़क विकास अभिकरण: 14 कार्य (13.65 करोड़ रुपए)
- जल संसाधन विभाग: 4 कार्य (13.40 करोड़ रुपए)
- पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग: 13 कार्य (68 लाख रुपए)
- विद्युत विभाग: 4 कार्य (9.62 करोड़ रुपए)
- वन विभाग: 2 कार्य (1.05 करोड़ रुपए)
- नगरीय निकाय: 28 कार्य (2.28 लाख रुपए)
विकास की दिशा में बड़ा कदम
मुख्यमंत्री साय का यह दौरा महासमुंद जिले के लिए ऐतिहासिक माना जा रहा है, क्योंकि इससे क्षेत्र में आधारभूत ढांचे, स्वास्थ्य, शिक्षा, पेयजल, सड़क, बिजली और ग्रामीण विकास से जुड़े कार्यों को मजबूती मिलेगी। यह कार्यक्रम जिले के समग्र विकास को गति देने के साथ-साथ जनता के जीवन स्तर को ऊँचा उठाने की दिशा में मील का पत्थर साबित होगा।