महासमुंद, छत्तीसगढ़ : जिले को फाइलेरिया (हाथीपांव, हाइड्रोसील) जैसी गंभीर बीमारी से मुक्त करने के उद्देश्य से कलेक्टर विनय कुमार लंगेह की अध्यक्षता में सामूहिक दवा सेवन (Mass Drug Administration – MDA) कार्यक्रम की तैयारियों को लेकर कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई।
बैठक में सभी संबंधित विभागों के अधिकारियों और कर्मचारियों को इस अभियान को सफल बनाने के लिए आपसी समन्वय और सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए।
कलेक्टर की अपील: “दवा सेवन करें, स्वस्थ महासमुंद बनाएं”
कलेक्टर श्री लंगेह ने जिला वासियों से अपील की कि वे दवा वितरण के दौरान दवा वितरकों के सामने ही दवा का सेवन करें और फाइलेरिया जैसी बीमारी को जड़ से मिटाने में प्रशासन का सहयोग करें। उन्होंने कहा कि यह अभियान जनस्वास्थ्य की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है, जिसे सफल बनाना हम सभी की जिम्मेदारी है।
कार्यक्रम की रूपरेखा और समयसीमा
बैठक में जिला मलेरिया अधिकारी डॉ. व्ही.पी. सिंह ने कार्यक्रम की विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि एमडीए कार्यक्रम 10 फरवरी से 28 फरवरी 2025 तक चलेगा। इसकी रूपरेखा निम्नानुसार है:
- 10 से 14 फरवरी:
आंगनवाड़ी, स्कूल, कॉलेज एवं अन्य संस्थानों में दवा सेवन बूथ स्थापित कर लाभार्थियों को दवा दी जाएगी। - 15 से 25 फरवरी:
मितानिनों और आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा घर-घर जाकर दवा वितरण एवं सेवन कराया जाएगा। - 26 से 28 फरवरी:
जिन व्यक्तियों से दवा सेवन छूट गया है, उन्हें मॉप-अप राउंड के तहत दवा दी जाएगी।
कार्यक्रम के अंतर्गत डीईसी, एलबेंडाजोल और आईवरमेक्टिन की गोलियां लाभार्थियों को उम्र के अनुसार दी जाएंगी। इस अभियान के लिए कार्यरत मितानिनों और आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को विशेष प्रशिक्षण प्रदान किया जा रहा है।
बैठक में उपस्थित अधिकारी
इस अवसर पर जिला पंचायत सीईओ एस. आलोक, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. पी. कुदेशिया, जिला कार्यक्रम प्रबंधक नीलू घृतलहरे, सहित विभिन्न जिला स्तरीय अधिकारी और कर्मचारी उपस्थित रहे।