छत्तीसगढ़ सरकार ने एक और जनहितैषी कदम उठाते हुए श्रमिकों के बच्चों के लिए सुनहरा अवसर प्रदान किया है। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय और श्रम मंत्री लखन लाल देवांगन की पहल पर जुलाई 2024 से प्रदेश के 10 जिलों में मुख्यमंत्री निर्माण श्रमिक निःशुल्क कोचिंग योजना की शुरुआत की जा रही है। इस योजना के तहत पंजीकृत निर्माण श्रमिकों के बच्चों को पीएससी, व्यापम, बैंकिंग, रेलवे, पुलिस और अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए 4 से 10 माह की मुफ्त कोचिंग दी जाएगी।
कहां मिलेगी सुविधा?
यह योजना रायपुर, दुर्ग, बिलासपुर, धमतरी, राजनांदगांव, कोरबा, रायगढ़, जांजगीर-चांपा और महासमुंद जिलों में लागू की जा रही है। इन जिलों में कोचिंग की सुविधा ऑफलाइन और ऑनलाइन दोनों माध्यमों में उपलब्ध होगी, जिससे छात्रों को उनकी सुविधा अनुसार विकल्प मिलेगा।
पात्रता और आवेदन प्रक्रिया
- यह योजना छत्तीसगढ़ भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण मण्डल में पंजीकृत श्रमिकों एवं उनके बच्चों के लिए है।
- जिन श्रमिकों की मृत्यु 9 जून 2020 से पहले हो चुकी है या जो मुख्यमंत्री निर्माण श्रमिक मृत्यु एवं दिव्यांग सहायता योजना से जुड़े हैं, उनके बच्चे भी इस योजना का लाभ ले सकते हैं।
- आवेदन ऑनलाइन, च्वाइस सेंटर या श्रम कार्यालय के माध्यम से किया जा सकता है।
छात्रों में दिखा उत्साह
योजना की घोषणा के साथ ही छात्रों में उत्साह देखने को मिल रहा है। रायपुर, दुर्ग और बिलासपुर जिलों में पहले ही 50-50 की संख्या में चार बैच पूरे हो चुके हैं। अन्य जिलों में भी आवेदन की प्रक्रिया तेजी से जारी है।
सरकार का उद्देश्य
श्रम मंत्री लखन लाल देवांगन ने कहा कि “हमारी सरकार का लक्ष्य है कि मजदूरों के बच्चे भी अफसर बनें, और उन्हें बेहतर भविष्य के लिए सभी आवश्यक संसाधन उपलब्ध कराए जाएं।”