महासमुंद : केंद्र सरकार की प्रधानमंत्री सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना अब आम लोगों के जीवन में सकारात्मक बदलाव ला रही है। जिले के नागरिक अब 300 यूनिट तक मुफ्त बिजली का लाभ उठाने के साथ-साथ ऊर्जा के क्षेत्र में आत्मनिर्भर भी बन रहे हैं।
इस योजना के तहत महासमुंद जिले में सैकड़ों परिवारों ने अपने घरों की छतों पर सोलर रूफटॉप सिस्टम स्थापित किए हैं। इससे न केवल बिजली बिल में भारी कमी आई है, बल्कि पर्यावरण की सुरक्षा और स्वच्छ ऊर्जा की ओर भी एक मजबूत कदम बढ़ाया गया है।
रिटायर्ड बिजलीकर्मी तुलसीराम साहू की प्रेरणादायक कहानी
महासमुंद शहर के क्लबपारा निवासी और बिजली विभाग से सेवानिवृत्त लाइन इंस्पेक्टर तुलसीराम साहू ने हाल ही में अपने घर की छत पर 3 किलोवाट का सोलर प्लांट लगवाया है। इसकी कुल लागत लगभग ₹2 लाख रही, जिसमें से उन्हें केंद्र सरकार की ओर से ₹78,000 की सब्सिडी मिली।
उनका कहना है कि, “पहले हर महीने बिजली बिल ₹2000 से ₹2500 तक आता था, लेकिन अब सोलर सिस्टम लगने के बाद से बिजली बिल शून्य हो गया है।” उनके घर में फ्रिज, कूलर, पंखा, एसी सहित सभी आवश्यक उपकरण चलते हैं, फिर भी अब वे पूरी तरह से सौर ऊर्जा पर निर्भर हैं।
पर्यावरण संरक्षण और ग्रीन एनर्जी की दिशा में बड़ा कदम
तुलसीराम साहू ने बताया कि सोलर सिस्टम का रखरखाव बेहद आसान है और इसमें कोई अतिरिक्त खर्च नहीं आता। उन्होंने इसे एक दीर्घकालिक, टिकाऊ और लाभकारी समाधान बताया और अधिक से अधिक नागरिकों से इस योजना से जुड़ने की अपील की।
उन्होंने कहा, “यह योजना न केवल आर्थिक बचत देती है, बल्कि स्वच्छ ऊर्जा और पर्यावरण संरक्षण की दिशा में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। यह भारत को ऊर्जा आत्मनिर्भरता की ओर ले जाने वाला क्रांतिकारी प्रयास है।”
सोलर रूफटॉप योजना के मुख्य लाभ:
- 300 यूनिट तक मुफ्त बिजली
- सोलर प्लांट की लागत पर सरकारी सब्सिडी
- हर महीने हजारों की बचत
- स्वच्छ, हरित और टिकाऊ ऊर्जा स्रोत
- पर्यावरण संरक्षण में योगदान