अंबिकापुर में स्वतंत्रता उत्सव पर मुख्यमंत्री साय की सौगातें – किसान और मजदूरों के लिए राहत”

रायपुर/अंबिकापुर: छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने 76वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर सरगुजा संभाग मुख्यालय अंबिकापुर में राष्ट्रीय ध्वज फहराया और परेड की सलामी ली। इस अवसर पर उन्होंने प्रदेशवासियों को बधाई देते हुए एक विस्तृत संदेश के माध्यम से राज्य सरकार की उपलब्धियां और भावी योजनाएं साझा कीं।

गणतंत्र दिवस का गौरव और संविधान की प्रेरणा

मुख्यमंत्री साय ने अपने संबोधन में गणतंत्र दिवस को देश के लिए गौरवशाली दिन बताते हुए कहा कि यह दिवस हमें स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के बलिदान और संविधान निर्माताओं के दूरदर्शी योगदान की याद दिलाता है। उन्होंने नक्सलवाद से लड़ते हुए बलिदान देने वाले जवानों को श्रद्धांजलि दी और कहा कि संविधान की रक्षा और अंत्योदय के कल्याण के प्रति हमारी प्रतिबद्धता अटूट है।

माओवाद का अंत, बस्तर में विकास की रोशनी

मुख्यमंत्री साय ने माओवाद को “कैंसर” बताते हुए कहा कि केंद्र और राज्य सरकार की संयुक्त रणनीति से अब माओवाद अंतिम साँसें गिन रहा है। उन्होंने बताया कि पिछले एक साल में 260 से अधिक माओवादी मारे गए और बस्तर में विकास की रोशनी फैल रही है। ‘नियद नेल्ला नार योजना’, स्कूलों की बहाली, आधार और आयुष्मान कार्ड की उपलब्धता जैसे कदमों से बस्तर अब उम्मीदों से भरा इलाका बन गया है।

किसानों और मजदूरों को ऐतिहासिक राहत

मुख्यमंत्री ने किसानों को 49 हजार करोड़ रुपए की आर्थिक सहायता और 3100 रुपए प्रति क्विंटल की धान खरीदी की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि सरकार ने 13 लाख किसानों को दो साल का बोनस भी प्रदान किया है। भूमिहीन कृषि मजदूरों के लिए ‘दीनदयाल उपाध्याय भूमिहीन कृषि मजदूर कल्याण योजना’ के अंतर्गत 10 हजार रुपए सालाना सहायता दी जा रही है।

महिलाओं की सशक्त भागीदारी: महतारी वंदन योजना का प्रभाव

मुख्यमंत्री ने ‘महतारी वंदन योजना’ की सफलता का ज़िक्र करते हुए बताया कि 70 लाख महिलाओं को ग्यारह किश्तें दी जा चुकी हैं। यह योजना महिलाओं को आर्थिक रूप से सक्षम बना रही है। महिला स्व-सहायता समूहों को रेडी-टू-ईट फूड का जिम्मा देकर उन्हें रोजगार से जोड़ा जा रहा है।

नई औद्योगिक नीति और रोजगार के अवसर

मुख्यमंत्री ने छत्तीसगढ़ की औद्योगिक ताकत को उजागर करते हुए बताया कि नई उद्योग नीति के माध्यम से राज्य में अगले 5 वर्षों में 2.5 लाख करोड़ रुपए का निवेश और 5 लाख नए रोजगार सृजित होंगे। आईटी, ग्रीन स्टील, एआई डेटा सेंटर, और फार्मा सेक्टर जैसे क्षेत्रों में तेजी से काम हो रहा है।

पर्यटन और पर्यावरण संरक्षण में छत्तीसगढ़ की छलांग

मुख्यमंत्री साय ने बताया कि प्रदेश में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए चित्रकोट, कोटमसर, रामगढ़, मधेश्वर महादेव जैसे स्थलों को विकसित किया जा रहा है। साथ ही, छत्तीसगढ़ में 684 वर्ग किमी संयुक्त वन आवरण की वृद्धि के साथ वन संरक्षण में देश में अव्वल बना है।

शिक्षा, स्वास्थ्य और नवाचार की नई पहल

मुख्यमंत्री ने नई शिक्षा नीति के तहत 341 पीएमश्री विद्यालयों की स्थापना, एआई और रोबोटिक्स की शिक्षा की शुरुआत, और स्थानीय भाषाओं में शिक्षा की बात की। स्वास्थ्य के क्षेत्र में ‘मेडिसिटी’ प्रोजेक्ट, नए मेडिकल कॉलेज, अंबेडकर अस्पताल का विस्तार, और हिंदी माध्यम से एमबीबीएस की पढ़ाई जैसी योजनाएं छत्तीसगढ़ को मेडिकल टूरिज्म का केंद्र बनाने की दिशा में ले जा रही हैं।

डिजिटल गवर्नेंस और पारदर्शी प्रशासन

मुख्यमंत्री ने बताया कि छत्तीसगढ़ में डिजिटल गवर्नेंस को बढ़ावा दिया जा रहा है। ई-ऑफिस प्रणाली, मोबाइल एप्स (स्वागतम, सुगम, संगवारी), और अटल मॉनिटरिंग पोर्टल जैसी पहलें प्रशासन को अधिक पारदर्शी और जवाबदेह बना रही हैं।

अटल निर्माण वर्ष: सुशासन की प्रेरणा

राज्य की रजत जयंती और पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जन्म शताब्दी को ‘अटल निर्माण वर्ष’ के रूप में मनाया जा रहा है। इस दौरान राज्य सरकार ने सुशासन, पारदर्शिता और समावेशी विकास के लक्ष्य के साथ कार्य करना सुनिश्चित किया है।

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