रायपुर। छत्तीसगढ़ में 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं में बड़ा बदलाव किया गया है। अब छात्रों को पहली परीक्षा में असफल होने पर दोबारा परीक्षा देने का मौका मिलेगा। इस नए नियम के तहत बोर्ड परीक्षाएं साल में दो बार आयोजित की जाएंगी।
राजपत्र में प्रकाशित इस नियम के अनुसार, पहली परीक्षा फरवरी-मार्च में होगी, जिसे ‘प्रथम मुख्य परीक्षा’ कहा गया है। इसके बाद जून के तीसरे सप्ताह में ‘द्वितीय मुख्य परीक्षा’ आयोजित की जाएगी। इसका मकसद उन छात्रों को पुनः प्रयास का अवसर प्रदान करना है, जो पहली बार परीक्षा में सफल नहीं हो पाते।
छात्रों को द्वितीय मुख्य परीक्षा में शामिल होने के लिए प्रथम मुख्य परीक्षा के लिए आवेदन करना अनिवार्य होगा। इस व्यवस्था से पढ़ाई में पिछड़ चुके छात्रों को बेहतर तैयारी के साथ दूसरा मौका मिलेगा और उनकी सफलता की संभावना बढ़ेगी।
यह नियम आगामी शैक्षणिक सत्र 2024-25 से पूरी तरह लागू किया जाएगा। वहीं, सत्र 2023-24 में परीक्षा देने वाले छात्रों के लिए भी दोबारा परीक्षा देने की संभावना पर विचार किया जा रहा है, ताकि वे भी इस सुविधा का लाभ उठा सकें।
शिक्षा विभाग का मानना है कि यह नया कदम छात्रों के लिए राहत भरा साबित होगा और उनकी पढ़ाई में सुधार लाने में मदद करेगा। साथ ही, इससे बोर्ड परीक्षा में सफलता की दर भी बढ़ेगी और छात्रों का आत्मविश्वास मजबूत होगा।