छत्तीसगढ़ के बहुचर्चित और बहुकरोड़ीय शराब घोटाले में राज्य आर्थिक अपराध अन्वेषण शाखा (EOW) एवं एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) ने बड़ी कार्रवाई करते हुए कोर्ट में 10 हजार से अधिक पन्नों का विस्तृत चालान पेश किया है। इस घोटाले की अनुमानित राशि 2,161 करोड़ रुपये बताई जा रही है।
इस चालान में रायपुर के महापौर के बड़े भाई अनवर ढेबर, पूर्व आईएएस अधिकारी अनिल टुटेजा और अरुणपति त्रिपाठी सहित कई अन्य को आरोपी बनाया गया है। ब्यूरो ने यह चालान करीब दो दर्जन पैकेट्स में पेश किया है, जिसमें दर्ज विवरणों और प्रमाणों के साथ मामले की गहराई से जांच की गई है।
ईडी की रिपोर्ट बनी जांच का आधार
इस घोटाले की जड़ें पिछले तीन वर्षों में फैली हुई हैं। प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने सबसे पहले मार्च 2023 में EOW को रिपोर्ट सौंपी थी, लेकिन तत्कालीन कांग्रेस सरकार के दौरान एफआईआर दर्ज नहीं हो सकी थी। बाद में जनवरी 2024 में ईडी द्वारा दोबारा रिपोर्ट दिए जाने के बाद जांच को गति मिली और महज पांच महीने में EOW ने चालान कोर्ट में प्रस्तुत कर दिया।
आरोपियों की बढ़ेंगी मुश्किलें
ब्यूरो सूत्रों के अनुसार, अभी यह केवल प्रारंभिक चालान है और जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ेगी, अन्य आरोपियों की गिरफ्तारियां भी संभावित हैं। इन गिरफ्तारियों के आधार पर EOW आगामी दिनों में अनुपूरक (सप्लीमेंट्री) चालान भी दाखिल करेगा।
राजनीतिक कनेक्शन पर भी सवाल
विशेष बात यह है कि घोटाले में जिन लोगों के नाम सामने आए हैं, वे अधिकतर पूर्ववर्ती सरकार और कांग्रेस संगठन से नजदीकी संबंध रखते थे। इस वजह से घोटाले के राजनीतिक प्रभाव और आगामी कार्रवाई को लेकर चर्चाएं तेज हो गई हैं।