बसना, महासमुंद: स्वयं की बताकर फर्जी रूप से शासकीय भूमि का विक्रय पंजीयन कराने के एक गंभीर मामले में बसना थाने में चार आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया है। शिकायतकर्ता रामचंद अग्रवाल ने आरोप लगाया है कि आरोपियों ने जानबूझकर एक शासकीय भूमि को निजी संपत्ति बताकर बेच दिया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, बसना निवासी रामचंद अग्रवाल ने थाने में दर्ज शिकायत में बताया कि गजेन्द्र साहू, प्रमोद कुमार, दिव्य प्रकाश एवं ज्योतिष साहू (सभी निवासी बसना) ने आपसी साजिश के तहत वर्ष 2011 में बसना के अंतर्गत स्थित 3477 वर्गफुट शासकीय भूमि को अपनी निजी भूमि बताकर 2,81,000 रुपये में श्री नरसिंह शिक्षा समिति के अध्यक्ष रघुवीर प्रसाद को बेच दिया।
विक्रय पंजीयन 21 मार्च 2011 को उप-पंजीयक कार्यालय, सरायपाली में संपन्न हुआ था। लेकिन बाद में जब पड़ोसी द्वारा सीमांकन कराया गया, तो सामने आया कि जिस भूमि का विक्रय किया गया है, वह वास्तव में शासकीय भूमि है।
शिकायतकर्ता ने बताया कि भूमि को लेकर कई बार विक्रेताओं से संपर्क किया गया, लेकिन कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिला। मामले की शिकायत पहले तहसीलदार एवं कलेक्टर से भी की जा चुकी है, पर कोई हल नहीं निकला। अंततः थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई गई।
पुलिस ने चारों आरोपियों के खिलाफ धारा 420 और 34 भारतीय दंड संहिता (IPC) के तहत अपराध दर्ज कर लिया है और मामले की जांच शुरू कर दी गई है।