बलौदाबाजार: गिरौधपुरी धाम से 5 किलोमीटर दूर स्थित मानाकोनी बस्ती में पुरानी गुफा, जिसे बाघिन गुफा के नाम से जाना जाता है, पर हाल ही में तोड़फोड़ की घटना के बाद सतनामी समाज के लोग उग्र हो गए हैं। इस गुफा में जेट जेतखाम और सतनामी समाज के पूजा स्थल को नुकसान पहुँचाया गया था, जिससे समाज के लोग आक्रोशित हो गए। इसके बाद, पूरे छत्तीसगढ़ राज्य में सतनामी समाज के लोग एकजुट होकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।
सतनामी समाज का उग्र प्रदर्शन:
बलौदाबाजार जिले के बोलो बाजार में पहली बार ऐसी घटना घटी है, जहां 10,000 से ज्यादा सतनामी समाज के लोग अपनी मांग को लेकर उग्र प्रदर्शन कर रहे थे। इस प्रदर्शन में कलेक्टर दफ्तर और जिला पंचायत कार्यालय में पथराव किया गया, साथ ही वाहनों में तोड़फोड़ की गई। परिसर में खड़ी बाइक और बड़ी गाड़ियों में आग लगा दी गई। इस दौरान पुलिसकर्मियों से भी झूमाझटकी की घटना सामने आई, और लगभग सैकड़ों गाड़ियां जलकर राख हो गईं।
आंदोलन की शुरुआत:
गिरौधपुरी में जेटखाम तोड़ने के मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था। हालांकि, सतनामी समाज के लोगों का कहना है कि जिन तीन लोगों को जेल भेजा गया, वे असली अपराधी नहीं हैं। इस विरोध के बाद, प्रदेश भर से सतनामी समाज के लोग एकजुट हो गए और दशहरा मैदान में जमकर प्रदर्शन किया। समाज के लोगों ने सीबीआई जांच की मांग की है, और यह आरोप लगाया कि जिन लोगों को गिरफ्तार किया गया है, वे इस मामले के असली दोषी नहीं हैं।
प्रशासन की कार्रवाई:
प्रदर्शन को देखते हुए पुलिस प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत किया और कलेक्टर कार्यालय के चारों ओर बेरिकेट्स लगा दिए थे, लेकिन फिर भी प्रदर्शनकारी उन बेरिकेट्स को तोड़ते हुए अंदर घुस गए। इस दौरान जमा चट्टी में एक पुलिसकर्मी को चोट आई। गुस्साए प्रदर्शनकारियों ने कलेक्टर दफ्तर पर आग लगा दी और अधिकारियों की गाड़ियों पर तोड़फोड़ कर दी।
इसके बाद प्रशासन ने तत्काल शहर में दुकानें बंद करवा दी और सुरक्षा के लिहाज से धारा 144 लागू कर दी। इसके अलावा, प्रदर्शनकारियों ने तहसील ऑफिस, रजिस्ट्री ऑफिस और कृषि विभाग में खड़ी गाड़ियों पर भी आग लगाई। साथ ही इन दफ्तरों में पथराव भी किया गया, जिससे कई लोग घायल हो गए।
रायपुर से आईजी की टीम भेजी गई:
शाम को, स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस बल के साथ रायपुर से आईजी की टीम बलौदाबाजार पहुंच गई है। प्रशासन ने कोशिश की है कि जल्द से जल्द स्थिति को शांत किया जा सके और कानून-व्यवस्था बनाए रखी जा सके।