पटेवा में सोसायटी प्रभारी का बैंक खाता फंसा धोखाधड़ी के जाल में, 9.60 लाख रुपये गायब

पटेवा: साइबर ठगों ने एक बार फिर ऑनलाइन धोखाधड़ी की बड़ी वारदात को अंजाम दिया है। ग्राम चिरको निवासी और बनपचरी में सोसायटी प्रभारी पद पर कार्यरत डोलनारायण पटेल के बैंक खाते से करीब 9 लाख 60 हजार रुपये चोरी हो गए। नेट बैंकिंग चालू कराने के नाम पर हुई इस ठगी की घटना ने इलाके में हड़कंप मचा दिया है।

घटना का पूरा मामला

डोलनारायण पटेल, जिनका बैंक खाता पंजाब नेशनल बैंक में है, ने बताया कि उनका नेट बैंकिंग अकाउंट कुछ समय पहले बंद हो गया था। इसे पुनः चालू कराने के लिए उन्होंने 22 जून 2025 को गूगल पर बैंक का कस्टमर केयर नंबर खोजा। इसी दौरान एक फर्जी नंबर सामने आया, जिसे उन्होंने कॉल किया।

फोन पर बात करने वाले व्यक्ति ने खुद को बैंक कर्मचारी बताया और व्हाट्सएप के माध्यम से एक लिंक भेजा। डोलनारायण ने उस लिंक को खोलकर अपनी व्यक्तिगत जानकारी साझा कर दी। बैंक कर्मचारी का दावा था कि 3-4 घंटे में नेट बैंकिंग चालू कर दी जाएगी।

लेकिन उस शाम करीब 6:51 बजे से उनके मोबाइल पर लगातार पैसे कटने के मैसेज आने लगे। जब उन्होंने अपना बैंक खाता चेक किया, तो पाया कि कुल ₹9,59,705 रुपये उनके खाते से गायब हो चुके थे।

पीड़ित की शिकायत और जांच

डोलनारायण पटेल ने तुरंत साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 पर शिकायत दर्ज कराई। इसके बाद वह पटेवा थाना पहुंचे और वहां भी मामला दर्ज कराया। उन्होंने आरोप लगाया कि जिन मोबाइल नंबरों से संपर्क किया गया था, वे घटना के बाद से बंद हो चुके हैं और ठगों का कोई पता नहीं चल पा रहा है।

पुलिस और साइबर सेल की जांच जारी

पटेवा पुलिस ने धोखाधड़ी की शिकायत पर मामले की जांच शुरू कर दी है। साइबर सेल को भी सूचित किया गया है, जो फर्जी कस्टमर केयर नंबर और लिंक के जरिए हुई इस धोखाधड़ी की तह तक पहुंचने का प्रयास कर रही है। पुलिस ने जनता से अपील की है कि वे गूगल या इंटरनेट से प्राप्त कस्टमर केयर नंबर पर सावधानीपूर्वक संपर्क करें और किसी भी संदिग्ध लिंक को न खोलें।

विशेषज्ञों का सुझाव

साइबर एक्सपर्ट्स का कहना है कि बैंकिंग संबंधित किसी भी सेवा के लिए केवल आधिकारिक वेबसाइट या बैंक शाखा के माध्यम से ही संपर्क करना चाहिए। किसी अज्ञात नंबर या लिंक पर अपनी संवेदनशील जानकारी साझा करना बेहद जोखिम भरा हो सकता है।

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