रायपुर। रक्षाबंधन के पावन अवसर पर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने प्रदेशवासियों को शुभकामनाएं दीं और सावन के अंतिम सोमवार को अपने परिवार के साथ उज्जैन स्थित महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग के दर्शन कर आध्यात्मिक ऊर्जा प्राप्त की। राजधानी रायपुर से रवाना होने से पहले स्वामी विवेकानंद एयरपोर्ट पर मीडिया से चर्चा करते हुए उन्होंने न केवल अपने धार्मिक कार्यक्रम की जानकारी दी, बल्कि राज्य में जारी राजनीतिक घटनाक्रम पर भी अपने विचार स्पष्ट किए।
मुख्यमंत्री साय ने बताया कि महाकाल दर्शन के बाद वे दोपहर तक छत्तीसगढ़ लौट आएंगे और अपने परिवार व बहनों के साथ रक्षाबंधन का पर्व मनाएंगे।
देवेंद्र यादव की गिरफ्तारी पर विपक्ष का हमला, सीएम का संयमित जवाब
हाल ही में बलौदाबाजार हिंसा मामले में कांग्रेस नेता देवेंद्र यादव की गिरफ्तारी के बाद राज्य की राजनीति एक बार फिर गरमा गई है। इस गिरफ्तारी को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सत्तारूढ़ भाजपा सरकार पर बदले की राजनीति करने का गंभीर आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि हिंसा के 67 दिन बाद की गई यह कार्रवाई राजनीति से प्रेरित है और इसके पीछे कोई ठोस सबूत नहीं हैं।
भूपेश बघेल ने आगे कहा, “अगर हत्या जैसा कोई अपराध होता तो धारा 302 लगाई जाती। प्रशासन ने समाज में सौहार्द बिगाड़ने वालों पर कार्रवाई नहीं की, बल्कि कांग्रेस के एक नेता को निशाना बनाया है। पुलिस को कम से कम एक प्रमाण देना चाहिए था, लेकिन बिना सबूत के गिरफ्तारी की गई।”
“अगर अन्याय की भावना है तो हमारे दरवाज़े खुले हैं” – विष्णुदेव साय
पूर्व सीएम बघेल के बयानों पर प्रतिक्रिया देते हुए मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने संयम और सकारात्मकता का परिचय देते हुए कहा,
“उन्हें (भूपेश बघेल) इस तरह की भावनाएं व्यक्त करनी ही पड़ती हैं, वो तो कहेंगे ही। लेकिन यदि उन्हें लग रहा है कि उनके साथ अन्याय हो रहा है, तो हम संवाद के लिए तैयार हैं। उनके लिए हमारे दरवाज़े हमेशा खुले हैं।”
मुख्यमंत्री का यह बयान राजनीतिक मतभेदों के बावजूद लोकतांत्रिक संवाद की संस्कृति को बनाए रखने का संकेत देता है।
पूर्व सीएम की पुलिस को चेतावनी: ‘जनता से नज़रें चुराने की नौबत न आए’
प्रेस कांफ्रेंस में पूर्व मुख्यमंत्री बघेल ने पुलिस प्रशासन को स्पष्ट चेतावनी देते हुए कहा,
“सरकारें आती-जाती रहती हैं, लेकिन पुलिस ऐसी कोई कार्रवाई न करे जिससे भविष्य में जनता से नज़रें मिलाने में दिक्कत हो।”
उन्होंने यह भी कहा कि जांच में निष्पक्षता और पारदर्शिता होनी चाहिए, ताकि जनता का भरोसा बना रहे।