रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर स्थित नंदनवन जंगल सफारी अब पूरी तरह से प्लास्टिक मुक्त क्षेत्र बनने जा रही है। यह निर्णय राज्य के वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री श्री केदार कश्यप के निर्देश पर लिया गया है। इस पहल का उद्देश्य न केवल पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देना है, बल्कि जंगल सफारी को एक आदर्श और स्वच्छ पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करना भी है।
वन विभाग की पहल पर शुरू हुई कार्रवाई
वन मंत्री के निर्देश और प्रधान मुख्य वन संरक्षक (वन्यप्राणी) श्री सुधीर अग्रवाल के मार्गदर्शन में जंगल सफारी प्रबंधन ने इस दिशा में गंभीर कदम उठाए हैं। जंगल सफारी के निदेशक धम्मशिल गणवीर ने जानकारी दी कि अब से आगंतुकों को प्लास्टिक की वस्तुएं सफारी परिसर में ले जाने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
साथ ही प्लास्टिक पैकिंग में बिकने वाले किसी भी प्रकार के उत्पाद की बिक्री भी पूरी तरह प्रतिबंधित कर दी गई है। यह फैसला सफारी के पारिस्थितिक तंत्र को सुरक्षित रखने और वन्यजीवों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए लिया गया है।
पर्यटकों को किया जा रहा है जागरूक
जंगल सफारी प्रबंधन द्वारा प्लास्टिक के दुष्परिणामों को लेकर पर्यटकों को जागरूक किया जा रहा है। ‘रीयूज़, रिड्यूस और रिसाइकल’ के सिद्धांतों को अपनाने के लिए लोगों को प्रेरित किया जा रहा है, ताकि वे अधिक पर्यावरण-अनुकूल जीवनशैली अपना सकें। यह कदम न केवल सफाई को बढ़ावा देगा, बल्कि जलवायु परिवर्तन से लड़ने में भी सहायक होगा।
पर्यटन समय और नियम
नवा रायपुर स्थित जंगल सफारी अब हर सप्ताह मंगलवार से रविवार तक सुबह 9 बजे से शाम 4 बजे तक आम नागरिकों के लिए खुला रहेगा। सोमवार को सफारी बंद रहेगी, ताकि रख-रखाव और अन्य व्यवस्थाएं की जा सकें।