शहर के हृदय स्थल पर एक भव्य, आधुनिक और सर्वसुविधायुक्त जिला ग्रंथालय तेजी से आकार ले रहा है, जो जिले के प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे युवाओं, छात्रों और साहित्य प्रेमियों के लिए एक नई उम्मीद और प्रेरणा बनेगा। कलेक्टर प्रभात मलिक की पहल पर बन रहे इस ग्रंथालय का निर्माण कार्य अंतिम चरण में है और जल्द ही यह आम नागरिकों के लिए खुल जाएगा।
500 से अधिक छात्रों के लिए अध्ययन की व्यवस्था
कचहरी और शनि मंदिर के पास 3328.20 वर्ग मीटर क्षेत्र में 6.66 करोड़ रुपए की लागत से बन रहे इस ग्रंथालय में एक साथ 500 से अधिक लोगों के अध्ययन की सुविधा होगी। यह पुस्तकालय न केवल पढ़ाई के लिए अनुकूल वातावरण प्रदान करेगा, बल्कि छात्रों को महंगी प्रतियोगी परीक्षाओं की पुस्तकों को खरीदने से राहत भी दिलाएगा।
टेक्नोलॉजी और परंपरा का संगम
हालांकि आज की युवा पीढ़ी तकनीकी संसाधनों का भरपूर उपयोग कर रही है, फिर भी पुस्तकालय की उपयोगिता और प्रासंगिकता बनी हुई है। इसी सोच को ध्यान में रखते हुए ग्रंथालय को आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित किया जा रहा है, जिसमें ई-लाइब्रेरी, वाई-फाई, एसी हॉल और डिजिटल पढ़ाई की व्यवस्था प्रमुख रूप से शामिल हैं।
नवकिरण लाइब्रेरी से मिली प्रेरणा
गौरतलब है कि वर्ष 2023 से नवकिरण अकादमी में संचालित हो रही नवकिरण लाइब्रेरी पहले ही जिले के युवाओं के बीच एक सफल उदाहरण बन चुकी है। यहां 8000 से अधिक पुस्तकों के साथ डिजिटल अध्ययन की व्यवस्था उपलब्ध है। अब तक इस लाइब्रेरी से 443 से अधिक छात्र लाभान्वित हो चुके हैं और वर्तमान में 281 छात्र अध्ययनरत हैं।
छात्रों को क्या होगा लाभ
दर्जनों प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए आवश्यक पुस्तकें अब एक ही छत के नीचे उपलब्ध होंगी। इससे छात्रों को महंगी किताबें खरीदने की जरूरत नहीं पड़ेगी। इसके साथ ही वे दिग्गज लेखकों का साहित्य, करंट अफेयर्स, जनरल नॉलेज और ऑनलाइन स्टडी मटेरियल भी एक ही परिसर में पढ़ सकेंगे।
छात्रों की प्रतिक्रिया
नवकिरण अकादमी में अध्ययन कर रहे छात्र मोहन साहू ने बताया –
“जिला ग्रंथालय खुलने से हमें एक ही छत के नीचे सभी विषयों और लेखकों की किताबें पढ़ने का अवसर मिलेगा। यह एक बहुत बड़ी राहत और प्रेरणा होगी। निश्चित रूप से यह हमारे जैसे प्रतियोगी छात्रों के लिए एक वरदान साबित होगा।”