रायपुर। राजधानी रायपुर के तेलीबांधा तालाब में बीते एक सप्ताह से लगातार मछलियों के मरने की घटनाएं सामने आ रही हैं। अब तक हजारों मछलियों की मौत हो चुकी है, जिससे पूरे क्षेत्र में दुर्गंध फैल गई है। स्थिति को देखते हुए नगर निगम ने तालाब के जल की गुणवत्ता सुधारने और ऑक्सीजन की मात्रा बढ़ाने के लिए आवश्यक कदम उठाने शुरू कर दिए हैं।
शनिवार को नगर निगम की टीम ने तालाब के किनारे चूना और ब्लीचिंग पावडर का छिड़काव किया। साथ ही बोरियों में भरकर ब्लीचिंग पावडर को तालाब के विभिन्न हिस्सों में रखा गया, जिससे पानी में ऑक्सीजन का स्तर बढ़ाया जा सके। यह प्रक्रिया मछलियों और अन्य जलीय जीवों की सुरक्षा को ध्यान में रखकर की जा रही है।
नगर निगम आयुक्त अविनाश मिश्रा के निर्देश पर अधिकारियों ने तालाब का निरीक्षण किया। विशेषज्ञों की राय के अनुसार, तालाब के पानी में ऑक्सीजन की मात्रा अत्यधिक कम हो गई है, जिसके चलते मछलियों की मौत हो रही है। इस पर तुरंत कार्रवाई करते हुए निगम ने उपाय शुरू किए हैं।
अधिकारियों का कहना है कि आगामी एक-दो दिनों में इन उपायों का असर दिखना शुरू हो जाएगा और पानी की स्थिति में सुधार आएगा। साथ ही मछलियों की मौत की घटनाएं भी रुकेंगी।
स्थानीय नागरिकों में चिंता
इस घटना से स्थानीय नागरिकों में चिंता व्याप्त है। लोगों का कहना है कि तालाब की साफ-सफाई और रखरखाव में लापरवाही बरती जा रही थी, जिसका यह परिणाम है। तेलीबांधा तालाब शहर के प्रमुख और ऐतिहासिक जलाशयों में से एक है, और इसकी देखरेख नगर निगम की प्राथमिक जिम्मेदारी है।