रायपुर। छत्तीसगढ़ में विधानसभा और लोकसभा में शानदार प्रदर्शन के बाद अब भारतीय जनता पार्टी की नजरें नगरीय निकाय चुनावों पर टिकी हैं। राजधानी रायपुर में नगर निगम चुनाव को लेकर पार्टी ने रणनीतिक तौर पर तैयारियां शुरू कर दी हैं। पार्टी सूत्रों की मानें तो रायपुर दक्षिण विधानसभा क्षेत्र और महापौर पद को लेकर भाजपा के अंदर ही अंदर सियासी हलचल तेज हो गई है।
भाजपा संगठन की बैठकों में यह संकेत मिल रहे हैं कि पार्टी अब “डबल इंजन की सरकार” के बाद “तीसरा इंजन” यानि नगरीय निकाय पर भी कब्जा जमाने के इरादे से उतरेगी। इस दिशा में संभावित उम्मीदवारों को लेकर चर्चा शुरू हो चुकी है। खास तौर पर रायपुर दक्षिण सीट और महापौर की कुर्सी को लेकर कुछ नाम लगातार सामने आ रहे हैं।
संजय श्रीवास्तव और सुनील सोनी—दोहरी दावेदारी
प्रदेश महामंत्री संजय श्रीवास्तव और रायपुर के सांसद सुनील सोनी को लेकर भाजपा के अंदर चर्चा गरम है। दोनों नेता रायपुर दक्षिण विधानसभा क्षेत्र की खाली होने वाली सीट को लेकर दावेदारी कर रहे हैं, जो कि वर्तमान विधायक बृजमोहन अग्रवाल के किसी नई भूमिका में जाने के बाद रिक्त हो सकती है।
हालांकि, अगर पार्टी नेतृत्व इन दोनों नेताओं को दक्षिण सीट पर मौका नहीं देता, तो यह लगभग तय माना जा रहा है कि ये दोनों नाम महापौर पद के लिए प्रमुख दावेदार के तौर पर मैदान में उतर सकते हैं। इनकी सांगठनिक पकड़ और जनाधार को देखते हुए पार्टी इन पर बड़ा दांव खेल सकती है।
महापौर की रेस में और कौन-कौन
रायपुर नगर निगम की नेता प्रतिपक्ष मीनल चौबे और वरिष्ठ पार्षद मृत्युंजय दुबे भी इस रेस में पीछे नहीं हैं। मीनल चौबे जहां महिला और युवा चेहरा होने के कारण पार्टी के लिए मजबूत विकल्प बन सकती हैं, वहीं मृत्युंजय दुबे संगठन और पार्षद राजनीति में लंबे अनुभव के कारण एक स्थायी और भरोसेमंद विकल्प माने जा रहे हैं।
भाजपा के एक वरिष्ठ नेता ने नाम न छापने की शर्त पर बताया, “पार्टी अब नगरीय सरकार पर भी नियंत्रण चाहती है ताकि सभी योजनाएं ज़मीनी स्तर पर सही तरह से लागू हो सकें। इसके लिए अनुभवी और जमीनी नेताओं को प्राथमिकता दी जाएगी।”
अंदरूनी समीकरण भी होंगे निर्णायक
हालांकि, टिकट वितरण में सिर्फ जनाधार ही नहीं, बल्कि संगठन के अंदरूनी समीकरण और गुटबाजी की स्थिति भी बड़ी भूमिका निभाएगी। भाजपा के रायपुर इकाई में बृजमोहन अग्रवाल गुट और संगठन गुट की खींचतान पहले भी सामने आती रही है। ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि पार्टी शीर्ष नेतृत्व किस संतुलन के आधार पर अपने उम्मीदवारों की घोषणा करता है।
जल्द हो सकती है घोषणा
संकेत यह भी हैं कि नगर निगम चुनावों की घोषणा जैसे ही निर्वाचन आयोग करेगा, भाजपा अपने प्रमुख उम्मीदवारों की सूची जारी कर सकती है। फिलहाल पार्टी रायपुर की प्रत्येक सीट पर सर्वे करवा रही है और संभावित उम्मीदवारों की परफॉर्मेंस रिपोर्ट तैयार की जा रही है।
निष्कर्ष
भाजपा के लिए रायपुर नगर निगम चुनाव सिर्फ एक स्थानीय चुनाव नहीं, बल्कि एक राजनीतिक संदेश देने का मंच बन गया है। महापौर पद के लिए संजय श्रीवास्तव, सुनील सोनी, मीनल चौबे और मृत्युंजय दुबे जैसे दिग्गजों के नाम सामने आने से यह मुकाबला बेहद दिलचस्प हो गया है।